प्रीपेड मीटर्स को आप गाड़ियों में लगने वाले #fasttag कि तरह समझीये आप पैसे भरेंगे और बिजली विभाग (कम्पनी) अपना रिचार्ज काट लेगी। आइये समझते है कि प्रीपेड मीटर्स के फायदे और नुकसान क्या है। 1. उपभोक्ता जितना रिचार्ज करवाएगा वह उतनी ही बिजली खर्च करेगा। इस प्रीपेड मीटर से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता। 2. लोग meter fixing नहीं कर पाएंगे बिजली बकायादार कहने कि नौबत ही नहीं आएगी। 3. मैन्युअल मीटर रीडिंग कि आवश्यकता नहीं पड़ेगी. सॉफ्टवेयर के जरिए बिजली कि खपत कि गणना कर सकते है। 4. मीटर रीडिंग के दौरान होने वाली चूक ,बिल बढ़ाकर भेज दिए जाने कि समस्या जैसी मुसीबत से भी छुटकारा मिलेगा। 5. उपभोक्ता बेतहाशा और बेवजह कि बिजली खर्च नहीं करेंगे। 6. बिजली रिचार्ज कि वजह से बिजली विभाग पर बकाया का भार नहीं रहेगा। ना ही वसूली कि नौबत आएगी । 7. प्रीपेड मीटर में स्मार्ट डिस्प्ले स्क्रीन के माध्यम से शेष बिजली , बिजली कि वर्तमान राशि और खपत राशि हमें पता चलेगी प्रीप्रेड मीटर के नुकसान 1. रिचार्ज करने पर ही बिजली मिलने कि वजह से ढेरो ऐसे लोग बिजली से वंचित हो जायेंगे जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। 2. इसमें निजी कम्पनियो के उतरने से सेवा बेशक सुधरेगी लेकिन इससे उनकी मनमानी को भी बढ़ावा मिलेगा। 3. प्रीपेड मीटर्स से बिजली के उत्पाद और डिस्ट्रीब्यूशन में कोई फर्क नहीं आएगा। सिर्फ consumer को टाइम पर रिचार्ज कराते रहना पड़ेगा। #congress #bjp #bhupeshbaghel #budget #chhattisgarh #chhattisgarhnews