कुंभ के मेले में हुई कई दर्दनाक मौतें और सरकार ब्लेम गेम खेल रही और आंकड़े छिपाने में लगी है, अभी 100 से भी ज्यादा विडियोज इंटरनेट पर आ चुके हैं जिनमें से कोई न कोई किसी की तलाश कर रहा या फिर अपनो की मौत पर आंसू बहा रहा, करोड़ों की संख्या में भीड़ और बदहाली का मंज़र साफ नजर आ रहा, इतनी भीड़ को संभाल पाना वाकई मुश्किल तो है ही लेकिन योगी सरकार ने खुद दावे किए थे कि उनके यहां पुख्ता इंतजाम हैं, अब सच सबके सामने है, हमने अपनी पुरानी गलतियों से कुछ सीखा नहीं है, और गोदी मीडिया यह बात बताने में लगी है कि पहले भी हो चुकी है भगदड़ और तब तो और ज्यादा मरे थे, वहीं कुछ ढोंगी लोगों का वीडियो सामने आया है बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री बाबा को ही ले लीजिए जो खुद VVIP कल्चर के शिकार हैं, अब लोगों को ये शिक्षा दे रहे की गंगा किनारे जो मरता है उसे मोक्ष प्राप्त होता है बाबाजी आप खुद क्यों सुरक्षा घेरे में चलते हैं फिर अगर हिम्मत है तो आप लोगों की तरह कुंभ में शामिल होना था, भी मोदी जी के ड्रोन की भी तलाश है, मोदी जी कुंभ के व्यवस्था की तैयारी क्रूज पर बैठके देख रहे थे, अभी वे दिल्ली के चुनाव प्रचार में लगे हैं, एक ट्वीट कर दिया बस, और अब ये भी खबर है कि तो कुंभ जाना मोदी जी ने कैंसिल ही कर दिया. कुल मिलाके सरकार ने पुरानी गलतियों से कोई सीख नहीं ली और अब आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है और इस त्रासदी को साजिश का रंग दे दिया जाएगा. इस तरह मरने वालों के आंकड़े छुपाए जा रहे हैं ऐसे में लोग क्या उम्मीद रखे. जिन्होंने अपना को खोया है उन्हें जो थोड़ी मदद मिलने की आशा है वो कैसे मिलेगी यदि आंकड़े हो छुपाए जाएं. बजाय छुपाने के अपनी चूक स्वीकार करें लोगो की मदद करें, और कम से कम गलत बयानबाजी न करें. और VIP Culture पर पूर्ण बैन लगे.