जो लोग बनारस के क्योटो बनने का इंतजार कर रहे हैं।और जो बिहारी 1 डेढ़ लाख के पैकेज का इंतजार कर रहे हैं। उनके लिए ये खबर बिलकुल खास है। जिस तरह से काशी विश्वनाथ मंदिर का 25 हजार करोड़ का ठेका गुजराजातियो ने ले लिया था उसी तरह ये पूरे देश का माल-असबाब हमारे गुजरात की तरफ ले जा रहे है। सही मायने में गुजरात में अमृतकाल चल रहा है। पिछले 9 सालो में करीब 10 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट गुजरात में हो चूका है।
इससे आने वाले सालो में गुजरात को हर साल करीब 2 लाख करोड़ की आय होगी और हर साल करीब 10 लाख करोड़ का व्यापर होगा। बिहारियों को ये जानकर ख़ुशी होगी की जहा उनका सालाना बजट 2.50 लाख करोड़ का है और उन्हें केंद्रीय मदद सवा लाख करोड़ की मिलती है उतना पैसा गुजरात की सिर्फ 2 डिस्ट्रिक से पैदा होता है।
अमृतकाल में देश के सारे बड़े प्रोजेक्ट गुजरात को ही दिए गए है। वेदांता फॉक्सकॉन का 1.50 लाख करोड़ का प्रोजेक्ट महाराष्ट्र के पुणे से उठाकर गुजरात पहुंचा दिया गया, उसी तरह महाराष्ट्र का टाटा एयरबस प्रोजेक्ट भी गुजरात में MBSIR पहुंचा दिया गया। मुकेश अम्बानी ने गुजरात में ग्रीन एनर्जी परियोजनाओं पर करीब 5.95 लाख करोड़ का निवेश तय किया है
चीन ने करीब 45 हजार करोड़ Taxtiles पार्क और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट किया है। इसके आलावा बल्क ड्रग पार्क जो भरुच में है उसके लिए केंद्र सरकार ने 1 हजार करोड़ का ग्रांट दे दिया है।
गांधीनगर में GIFT सिटी इंटरनेशनल फाइनेंस सर्विस की स्थापना की गई है जिसमे अभी रोज 32 हजार करोड़ का ट्रेड होता है। सूरत में 2 हजार करोड़ में फैली डायमंड सिटी का निर्माण किया गया है, जिसमे हर साल करीब 1 लाख करोड़ का बिज़नेस होता है। दहेज़ पोर्ट में करीब 454 sq किलोमीटर में फैले पेट्रोल और पेट्रो केमिकल्स इंडस्ट्री पर करीब 1 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट हो चूका है। इसके अलावा एक मंडल बेचाराजी ऑटो हब (MBSIR ) डेवलप किया गया है जहा करीब - करीब सारे जैपनीज़ auto car giants बनायेगे। इसी (MBSIR ) में विश्व का सबसे बड़ा लिथियम आयरन बैटरी प्लांट भी लग रहा है। 3 हजार करोड़ की पटेल प्रतिमा स्टेचू ऑफ़ यूनिटी पहले ही चीन की मदद से केवडिया में बनाई जा चुकी है। यहाँ करीब हर साल 5 लाख टूरिस्ट आते है जिससे करीब 5 हजार करोड़ का बिज़नेस सालाना हो रहा है। गुरजात में पहले से ही बड़े बंदरगाह , स्टीलप्लांट ,पावर प्लांट और रिफ़ाइनरीस है। देश के 260 SEZ प्रोजेक्ट में से 47% गुजरात में है। मजे की बात ये है की कोयला छत्तीसगढ़ ,झारखण्ड ,बिहार से आता है आयरन और चुना भी इन्ही जगहों से आता है। दवाइयों का मसाला सब चीन से आता है। हीरे अफ्रीका और हालैंड से आते है और पानी नर्मदा यानी मध्यप्रदेश से आता है। ये है गुजरात मॉडल।
लेकिन अभी आप थोड़ा रुक कर साँस लीजिये क्योकि 2 बड़े प्रोजेक्ट के बारे में अभी बताया ही नहीं कच्छ के रेगिस्तान में बन रही है धोलेरा सिटी जो 924 sq किलोमीटर एरिया में फैली हुई है। ये दिल्ली से 2 गुनी और शंघाई से 4 गुनी बड़ी साइज की सिटी होगी। इस सिटी को डेवलप करने में आलरेडी 13 बिलियन डॉलर खर्च हो चुके है। इस सिटी में पोर्ट ,एयरपोर्ट से लेकर इंडस्ट्रीस और रेसीडेंशल कम्प्लेक्ससेस इतने बड़े बन रहे है की सिंगापूर ,हॉन्गकॉन्ग और दुबई से लोग इन्हे देखने आ रहे है। दुबई की तरह की धोलेरा को एक वर्ल्ड सिटी के रूप में विश्व का बिज़नेस हब बनाया जा रह है।
दूसरा प्रोजक्ट है सौराष्ट्र के रेगिस्तान को हरा-भरा करने का ये अपने आप में इतना अविश्वसनीय और विशाल है की आपकी आँखे खुली रह जाएगी। नर्मदा का जो जल फ्लडिंग में बेकार चला जाता है उसको पाइप लाइन से सरदार सरोवर से सौराष्ट्र पहुंचाया जायेगा। इस SAUNI योजना के अंतर्गत करीब हजार डेढ़ हजार की पाइप लाइन बिछाय जाएगी खेतो के नीचे से। इसमें सौराष्ट्र के करीब 40 छोटे बड़े डैम जो सूखे पड़े है उन्हें भरा जायेगा। इन डैम्स की नहरे पहले से बनकर तैयार है। नर्मदा का पानी आते ही करीब साढ़े 10 लाख एकड़ जमीन पर फसले ली जा सकेगी। ये pm मोदी का प्रिय प्रोजेक्ट है। इतना सब होने के बाद देश का काफी सारा मूलधन गुजरात में लगने के बाद क्या अगले 100 साल तक गुजरात में कोई भी बीजेपी को हरा पायेगा ? ये है गुजरती दिमाग।
बिहार और उत्तरप्रदेश से लेबर अभी भी सब दिशाओ में जाता है। उसे अब सिर्फ गुजरात का रुख करना चाहिए क्योकि आने वाले 50-100 वर्षो तक गुजरात में बहुत काम है।
About Neeraj Mishra - नीरज मिश्रा इंडिया टूडे , तहलका, pioneer, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडियन एक्स्प्रेस में एडिटर/correspondent रह चुके हैँ . पत्रकारिता में 30 वर्षों का अनुभव. #gujrati #business #vedanta #reliance #adani #gift #giftcity #dimondcity #newsupdate #rahulgandhi #priyankagandhi #amitshah #cmogujarat #trending #tata #gujratmodel